Friday 17 July 2015

उफा में संयुक्‍त बयान ऐतिहासिक सफलता नहीं बल्कि ‘ऐतिहासिक चूक’ : कांग्रेस

 नई दिल्ली : पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन समेत अन्य घटनाक्रमों पर चिंता जताते हुए कांग्रेस ने रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान को ‘ऐतिहासिक चूक’ करार दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर के बाद घटनाक्रमों का होना, सहमति के संबंध में भारत द्वारा किये गये दावे के विपरीत पाकिस्तान के एनएसए का बयान और अब नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी की घटनाओं से इस बात की पुष्टि होती है कि सरकार और भाजपा ने जिसे ऐतिहासिक सफलता करार दिया था, वह ऐतिहासिक भूल थी। घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के अलावा मोदी को मुंबई आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने के भारत के मामले में ‘समझौता करने और उसे हल्का करने’ के लिए माफी मांगनी चाहिए।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपने सलाहकारों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने उनसे यह कूटनीतिक अनर्थ कराया जिससे भारत को बड़ी परेशानी उठानी पड़ी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पाकिस्तान के साथ वार्ता की नीति असंगत और लापरवाही वाली रही है। इसमें भारत की सैद्धांतिक चिंताओं पर ध्यान देने वाली गंभीर साझेदारी का खाका कभी नहीं रहा। कांग्रेस की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब अत्यधिक तनाव के बीच भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि बिना उकसावे के गोलीबारी करने और सीमापार आतंकवाद पर पुरजोर और प्रभावी जवाब दिया जाएगा। भारत ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन करने के बाद यह कड़ा संदेश दिया है। पाकिस्तान की ओर से पिछले दो दिन में भारतीय क्षेत्रों में मोर्टार दागे गये हैं। भारत ने भी ऐसा ही जवाब दिया और दोनों पक्षों ने अपनी अपनी तरफ के लोगों के हताहत होने की बात कही है।

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